हैमर कितने प्रकार के होते हैं | Types Of Hammer In Hindi | सभी हैमर की जानकारी डिटेल से जाने - StudyWithAMC : ITI, Apprentice, Technical Trade, Govt Jobs

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रविवार, 4 जुलाई 2021

हैमर कितने प्रकार के होते हैं | Types Of Hammer In Hindi | सभी हैमर की जानकारी डिटेल से जाने

हैमर कितने प्रकार के होते हैं | Types Of Hammer In Hindi | सभी हैमर की जानकारी डिटेल से जाने...

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका एक और फ्रेश StudyWithAMC पोस्ट में इस पोस्ट के माध्यम से हम लोग Hammer Meaning In Hindi , Types of Hammer in Hindi , हैमर कितने प्रकार के होते , हैमर किस धातु का बना होता है, हैमर का वर्गीकरण और भी बहुत कुछ इस पोस्ट में जानने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।
Hammer Meaning In Hindi :- Hammer का हिन्दी हथौड़ा होता है, बहुत से लोग इसे बोलचाल की भाषा मे हथौड़ी बोलते हैं। वैसे दोनों में कोई ज्यादा का अंतर नहीं है।

हथौड़ा (Hammer) क्या है, इसका क्या काम होता है.?

हैमर यानी हथौड़ा वर्कशॉप या फिर दैनिक जीवन मे बहुत ही उपयोगी बस्तु है, इसका प्रयोग फोर्जिंग, चिपिंग, रिवटिंग, मार्किंग, कील ठोकने एवं निकालने व टेढ़े मेढ़े जॉब को सीधा करने के लिए किया जाता है।

हैमर कितने प्रकार का होता है | Types Of Hammer In Hindi

मुख्यतः हैमर सिर्फ दो प्रकार के ही होते हैं -

(1) हस्त हथौड़ा (Hand Hammer)
(2) घन (Sledge Hammer)
(1) हस्त हथौड़ा (Hand Hammer) :- कार्य एवं आकर के अनुसार हस्त हथौड़े कई प्रकार के होते हैं। इनका प्रयोग अधिकतर शीट मैटल शॉप व फिटिंग शॉप में किया जाता है। ये हैमर ढलवाँ इस्पात (Cast Steel) अथवा हाई कार्बन स्टील के बने होते हैं जिनके मुख एवं पेन को हार्ड एवं टेम्पर किए हुए होते हैं तथा बीच वाला भाग जिसे पोस्ट कहते हैं नर्म रखा जाता है। हैमर के भाग के बारे में ऊपर चित्र में दर्शाया गया है।

हैमर के भाग :-

(a) फेस (Face) - हैमर का सबसे नीचे वाला भाग मुख कहलाता है।
(b) पेन (Pane) - हैमर के ऊपर का भाग पेन कहलाता है। रिविट आदि को या सभी ठोकने पीटने वाले कार्यों में इस भाग का प्रयोग किया जाता है।
(c) देह (Body) - हैमर की देह में एक आर पार छेद होता है जिसमे हत्था (Handle) लगाया जाता है।
(d) आई होल (Eye Hole) - हैमर के जिस छिद्र में हैंडल फिट होता है उसे आई होल कहते हैं। बॉडी के लगभग मध्य वाले चौरस भाग को कपोल कहते हैं।

हथौड़ा का आकार | Size Of Hammer :- 

हैमर का साइज इसके भार पिन व फेस से प्रकट किया जाता है। हस्त हैमर 0.11 किग्रा. से 0.91 किग्रा. तक के बनाये जाते हैं।

हैमर का वर्गीकरण | Classification Of Hammer

हैमर का वर्गीकरण प्रायः पेन की आकृति व कार्य के अनुसार किया जाता है, जैसे - बॉल पेन हैमर, क्रोस पेन हैमर बाकी अन्य के बारे में नीचे बताया गया है।

(i) बॉल पेन हैमर (Ball Pein Hammer) :- यह एक साधारण प्रकार का हैमर है जिसका फेस चपटा परंतु ऊपर वाला भाग गेंद के आकार का बना होता है इस वजह से इसे बॉल पेन हैमर कहते हैं।
इस हैमर का अधिकतर प्रयोग मार्किंग, चिपिंग, रिविटिंग करने के लिए किया जाता है। ये हैमर 0.11 से 0.91 किग्रा. भार के बनाए जाते हैं। इसे इंजीनियर हैमर तथा चिपिंग हैमर के नाम से भी जाना जाता है।

(ii) क्रॉस पेन हैमर (Cross Pein Hammer) :- इस हैमर का मुख चपटा होता है, और पेन हत्थे की अक्ष से क्रॉस में बना होता है। इस वजह से इसे क्रॉस पेन हैमर कहते हैं।
इसका अधिकतर प्रयोग जॉब में नालियाँ (Groove) बनाने व शीट के जॉब को मोड़ते समय उसके भीतरी मोड़ पर चोट लगाने के लिए किया जाता है। इनका साइज 0.22 से 0.91 किग्रा तक रखा जाता है।

(iii) सीधा पेन हैमर (Straight Pein Hammer) :- इस हैमर का पेन लंबाई हत्थे की अक्ष के समांतर होती है तथा पेन ऊपर के किनारे की ओर को टेपर होकर चपटी रहती है। इस वजह से इसे सीधा पेन हैमर कहते हैं।
इसके शीर्ष की चौड़ाई मुख के व्यास के बराबर होती है। इस हैमर का साइज भी 0.11 से 0.91 किग्रा. तक रहता है। इस हैमर का प्रयोग धातु को पीटकर फैलाने के लिए किया जाता है।

(iv) जंबूर हैमर (Claw Hammer) :- इसका प्रयोग अधिकतर बढ़ई द्वारा लकड़ी में से कील निकालने के लिए किया जाता है। इसका मुख तो समतल होता है परंतु पीन हत्थे की अक्ष से लंबवत होती है।
पेन के बीच मे एक झिरी कटी होती है जिसमें कील को फंसाकर बाहर निकाला जाता है।

(v) मृदु हैमर (Soft Hammer) :- मृदु हैमर को कच्चे चमड़े, कठोर रबड़, तांबे, पीतल, सीसे, नायलॉन, प्लास्टिक तथा सबसे अधिक लकड़ी से बनाया जाता है। इसके दोनों मुख चपटे होते हैं।
इस हथौड़े का उपयोग धातुओं पर ऐसी चोट देने के लिए किया जाता है जो कि इनकी सतहों को कम से कम हानि पहुँचाये जैसे कि परिष्कृत वस्तु को फैलाना अथवा सीधा करना। इस प्रकार के कार्यों के लिए लकड़ी के हैमर के मुखों पर कच्चे चमड़े के टुकड़ों को चिपका लिया जाता है। ये भी चार प्रकार के होते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है।

(a) कच्चे चमड़े का हैमर (Raw Hide Hammer) :- इस प्रकार के हैमर की देह प्रायः इस्पात की बनी होती है और इसके दोनों सिरों पर कच्चे चमड़े के टुकड़ों को लगा दिया जाता है।

(b) मैलट (Mallet Hammer) :- लकड़ी के बने हैमर को मैलट कहते हैं। ये सामान्यता कड़ी लकड़ी जैसे इमली, शीशम, कीकर, टीक आदि के बनाय जाते हैं।
इसका अधिकतर प्रयोग शीट मेटल के कार्यों, जैसे कि शीट को मोड़ना या सीधा करना आदि के लिए किया जाता है। इन्हें बढई के कार्यों के लिए भी प्रयोग किया जाता है।

(c) नायलॉन हैमर (Nylon Hammer) :- इस प्रकार के हैमर का उपयोग अच्छी फिनिश वाले जॉब या भागों को फिट करते समय उन पर चोट देने के लिए किया जाता है।

(d) प्लास्टिक हैमर (Plastic Hammer) :- इस प्रकार के हैमर की देह प्रायः इस्पात की बनी होती है। इसके दोनों सिरों पर प्लास्टिक के टुकड़ों को साइज के अनुसार बनाकर फिट कर दिया जाता है। इस हैमर का अधिकतर प्रयोग फिनिश किए हुए भागों को फिट करते समय चोट लगाने के लिए किया जाता है। ये हल्के कार्यों में प्रयोग किए जाते हैं।

(2) घन हैमर (Sledge Hammer) :- इस प्रकार के हैमर ऊपर बताए गए हैमर के मुकाबले अधिक वजन के होते हैं। इसका अधिकतर प्रयोग लौह कार्यों में धातुओं पर भारी चोट करने के लिए किया जाता है। 
ये 2 से 10 किग्रा. के भार में मिलते है। बड़े कार्यों में भारी चोट पहुंचाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

तो आज के पोस्ट में हैमर से जुड़ी हुई सारी जानकारी आपको मिल गई। अगले पोस्ट में और भी नई जानकारी आपको मिलते रहेंगे इसके लिए बस आप रोजाना इस वेबसाइट पर आते रहें। और इसे अपने व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक पर शेयर जरूर करें ताकि आपके लिए और भी ऐसी नई नई पोस्ट आते रहे इस वेबसाइट पर।

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