स्वतंत्रता प्रप्ति के समय काँग्रेस के अध्यक्ष जे. बी. कृपलानी एवं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री क्लीमेन्ट एटली थे।
भगत सिंह के विरूद्ध मुखबिरी करने के कारण फणीन्द्र घोष की हत्या बैकुण्ठ शुक्ल ने की थी।
महात्मा गांधी द्वारा स्थापित हरिजन सेवक संघ के संस्थापक अध्यक्ष घनश्याम दास बिड़ला थे।
गांधीजी ने काँग्रेस की सदस्यता से दो बार त्यागपत्र दिया 1925 में और 1930 ई. में।
बाँटो और छोड़ो का नारा लीग नें दिसम्बर 1943 ई. के कराँची अधिवेशन में दिया।
काँग्रेस का प्रथम ब्रिटिश अध्यक्ष जार्ज यूले थे।
मैं देश की बालू से ही काँग्रेस से भी बड़ा आन्दोलन खड़ा कर दूँगा यह महात्मा गांधी ने कहा।
डंडा फौज का गठन पंजाब में चमनदीव ने किया।
दीनबंधु मित्र का नाटक नील दर्पण में नील की खेती करनेवाले पर हुए अत्याचार का उल्लेख है।
राष्ट्रवादी अहरार आंदोलन मजहर उल हक ने प्रारंभ किया।
आत्मसम्मान आंदोलन की शुरूआत रामस्वामी नायकर ने की।
निरंकारी आंदोलन की शुरूआत दयालदास ने की।
ब्रह्मसमाज का प्रतिज्ञापत्र देवेनद्रनाथ ठाकुर ने तैयार किया।
देवसमाज के संस्थापक शिव नारायण अग्निहोत्री थे।
तरूण स्त्रीसभा की स्थापना कलकत्ता में की गयी।
भारत भारतीयों के लिए, यह नारा आर्यसमाज ने दिया।
अखिल भारतीय किसान सभा की स्थापना लखनऊ में हुई।
स्वामी विवेकानन्द ने 1893 ई. में शिकागो में विश्व धर्मसम्मेलन को संबोधित किया।
दिल्ली षड्यंत्र केस में दीनानाथ के द्वारा मुखबिरी की गयी थी।
अलीपुर केस में सरकारी गवाह नरेन्द्र गोसाई बन गया था।
सबसे कम उम्र में फाँसी की सजा पानेवाला क्रान्तिकारी खुदीराम बोस था।
इन्कलाब जिन्दाबाद का नारा भगत सिंह ने दिया।
शहीद-ए-आजम के नाम से भगत सिंह को जाना जाता है।
भगत सिंह को फाँसी की सजा सुनानेवाला नयायाधीश जी. सी. हिल्टन था।
सबके लिए एक जाति, एक धर्म, एक ईश्वर का नारा श्री नारायण गुरू ने दिया।
सवर्ण हिन्दुओं की फांसीवादी काँग्रेस कहकर काँग्रेस का चरित्र निरूपण मोहम्मद अली जिन्ना ने किया।
मैं एक क्रांतिकारी के रूप में कार्य करता हूँ। यह कथन है जवाहर लाल नेहरू का।
महात्मा गाँधी को रवीन्द्र नाथ टैगोर ने सर्वप्रथम महात्मा कहा।
महात्मा गाँधी को सर्वप्रथम राष्ट्रपिता कहकर संबोधित सुभाष चन्द्र बोस ने किया।
बल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि बारदोली सत्याग्रह की सफलता के बाद वहाँ के महिलाओं की ओर से गाँधी जी ने प्रदान की।
सुभाष चन्द्र बोस को सर्वप्रथम नेताजी एडोल्फ हिटलर ने कहा था।
गोखले के आध्यात्मिक एवं राजनीतिक गुरू एम. जी. रानाडे थे।
महात्मा गाँधी के राजनीतिक गुरू देशबन्धु चित्तरंजन दास थे।
भारत का बिस्मार्क सरदार बल्लभ भाई पटेल को कहा जाता है।
शुद्धि आंदोलन के प्रवर्त्तक स्वामी दयान्नद सरस्वती थे।
19वीं शताब्दी के भारतीय पुनर्जागरण का पिता राजा राममोहन राय को कहा जाता है।
अखिल भारतीय हरिजन संघ की स्थापना महात्मा गाँधी ने की थी।
चर्चिल ने महात्मा गाँधी को अर्धनग्न फकीर कहा था।
राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद से संबंधित है।
यंग बंगाल आंदोलन का प्रवर्तक विवियन डेरीजियो था।
काँग्रेस ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की अध्यक्षता में भारत छोड़ो प्रस्ताव को पारित किया।
भारत के पितामह दादाभाई नौरोजी को कहा जाता है।
गोपाल हरिदेशमुख को लोकहितवादी के नाम से भी जाना जाता है।
बिना ताज का बादशाह सुरेन्द्रनाथ बनर्जी को कहा जाता है।
ए. ओ. ह्रूम को हरमिट ऑफ शिमला कहा जाता है।
ए. ओ. ह्रूम 1885-1907 ई. तक काँग्रेस के महामंत्री रहे।
काँग्रेस के प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष बदरूद्दीन तैयबजी थे।
रौलेट एक्ट को बिना अपील, बिना वकील तथा बिना दलील का कानून कहा गया।
मुहम्मद अली एवं शौकतअली ने 1920 ई. में खिलाफत आंदोलन की शुरूआत की।
तीनों गोलमेज सम्मेलनों में भाग लेने वाले भारतीय नेता थे डॉ. भीमराव अम्बेदकर।
22 दिसम्बर 1939 ई. को काँग्रेस मंत्रिमंडल ने सामूहिक रूप से त्यागपत्र दिया। इस दिन को मुस्लिम लीग ने मुक्ति दिवस के रूप में मनाया।
पाकिस्तान शब्द का जन्मदाता चौधरी रहमत अली थे।
गांधी जी ने क्रिप्स प्रस्ताव पर कहा- यह एक आगे की तारीख का चेक है, जिसका बैंक नष्ट होने वाला है।
इण्डिपेण्डस फोर इंडिया लीग की स्थापना जवाहर लाल नेहरू और सुभाष चन्द्र बोस ने की थी।
अण्डिया इण्डिपेण्डस लीग की स्थापना रास बिहारी बोस ने की थी।
राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान कुख्यात सेलुलर जेल अण्डमान मे स्थित है।
आर्य महिला सभा की स्थापना पंडिता रमाबाई ने की।